2025-04-09 23:43:46
पाकुड़ ज़िलें मे पूर्व के सभी त्योहार और मिलनसार पर्व के बाबजूद नफरत के राजनीति को लेकर ज़िलें मे कई अफवाह है तेज़ ग्रामीणों के बीच है कई कहानियाँ ज़िला प्रशासन ईद पर मिलते है गले और रामनवमी पर आयोजित कार्यक्रम पर लगाते है रोक अखंड आवाज़ ब्यूरो अमित कुमार दास पाकुड़ :पाकुड़ ज़िलें का इतिहास शांति पूर्ण रहा है पर ज़िलें के कई वरीय पदाधिकारी के चश्मे का पावर और दुर दृष्टि के अभाव मे पक्ष और विपक्ष मे दरार और मन मुटाव की स्तिथी उत्पन्न होने लगी है जिनके बीच ग्रामीणों के पर्व त्यौहार पर ज़िला प्रशासन की बुरी नज़र लग रही है और इसके उदाहरण स्वरुप प्रदेश स्तर पर पाकुड़ ज़िलें के खलबली सामने है सूत्रों के हवाले से यह खबरें आयी है की रामनवमी के कार्यक्रम और शोभायात्रा पर ज़िलें के प्रशासन और पुलिस प्रशासन के द्वारा किसी एक सत्ता पक्ष के ख़ुश नुमा माहोल बनाने और उनके चहेते अधिकारी के पदवी पर बने रहने के उद्देश्य मात्र से हिन्दू के इस पर्व पर व्यवधान डालने के उद्देश्य से इस प्रकार के आदेश पारित किया जाना दुर्भाग्य के साथ साथ दो समुदाय के बीच विवाद उत्पन्न करवाने का एक माहोल बनाया गया है जो कही से फिट नहीं होता है आखिर इस तरह के आदेश के बल पर हिंदू के पर्व पर खलल डालना और हिन्दू पक्ष के सदस्यों के विरुद्ध नोटिश निर्गत करना भी बहुत कुछ बया कर रहा है मुस्लिम पक्ष तो ईद बड़े शांति पूर्ण मना लेते है जब होली दिवाली दुर्गापूजा अति है तो हिन्दू समुदाय को उन्हें निचा दिखाने का मात्र एक प्रयोग है पाकुड़ ज़िलें के इस प्रयोग को लेकर कई सामाजिक कार्यकर्त्ता ने इस मामले की जांच और दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कारवाई हेतु केंद्रीय पदाधिकारी को शिकायत समर्पित कर उनकी बर्खाशस्तगी को लेकर पत्राचार किया है