2025-04-06 19:22:59
अलीगढ़। अलीगढ़ में ईद मिलन समारोह में शामिल होने आए कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा है कि वक्फ बोर्ड का कानून काला कानून है, यह कानून संविधान की आत्मा पर चोट है। देश का संविधान समानता के अधिकार की बात करता है, जबकि इसमें मुसलमानों के अधिकारों को पूरी तरह से कुचल दिया गया है, भाजपा संविधान के साथ छेड़छाड़ कर रही है। सहारनपुर कांग्रेस सांसद ईद मिलन समारोह में शामिल होने आए थे, उन्होंने समाज के लोगों को बधाइयां दीं। उन्होने कहा कि देश बाबा साहब के संविधान से चलेगा, वक्फ बोर्ड कानून संविधान की आत्मा पर चोट है। इस कानून के खिलाफ वह सुप्रीम कोर्ट जाएंगे, इस कानून को वापस करना होगा। भाजपा अभी वक्फ को लेकर बिल लाई है, भविष्य में सिख, ईसाई और हिंदुओं के ट्रस्ट को लेकर भी बिल लाएगी। इसके लिए सभी को एक साथ एकजुट होना होगा, वक्फ संशोधन बिल गलत है और सरकार ने संविधान में मिले समानता के अधिकार की अनदेखी की है। देश में सभी एक साथ मिल जुलकर प्रेम से रहते हैं, मेरे बुजुर्गों ने मुझे जो विरासत दी है, उसका हमेशा निर्वहन करूंगा। अलीगढ़ में विवेक बंसल और रूही जुबेरी संगठन को मजबूत कर रहे हैं। इमरान मसूद ने कहा था कि सहारनपुर में होली खेलना मेरे और अल्लाह के बीच का मामला है, इसमें मुझे किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। किसी को मुझसे व्यक्तिगत नाराजगी है तो बनी रहे। जो विरोध कर रहे हैं, वो ये बोल रहे हैं कि ला इलाहा इल अल्लाह मोहम्मद रसूलल्लाह। इसके बाद किसी को कुछ बताने की जरूरत नहीं है, ये अल्लाह का काम है। हम सियासत कर रहे हैं, सियासत की बात करेंगे, राजनीति में जो फैसले होंगे, वो मैं खुद लूंगा। जिसका जो काम है, वह अपना-अपना काम करे। दरअसल, इमरान मसूद ने 14 मार्च को होली खेली थी। इसके बाद देवबंदी उलेमाओं ने उनके होली खेलने पर आपत्ति जताई थी। उलेमाओं ने होली खेलने को शरीयत के खिलाफ बताया था। इस टिप्पणी के बाद रविवार को सांसद का बयान आया है।