2024-08-10 14:37:26
बांदा।नाग पंचमी एक हिन्दू पर्व है जिसमें नागों की पूजा की जाती है। श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि में यह पर्व पूरे देश में पूर्ण श्रद्धा से मनाया जाता है। नाग महाभारत, रामायण से लेकर उपनिषदों, पुराणों और कई अन्य मिथक ग्रंथों में देवता के रूप में मान्यता पाते हैं। हिन्दू धर्म में मान्यता है कि पृथ्वी शेषनाग के सिर पर टिकी हुई है। माना जाता है कि जैसे-जैसे पृथ्वी पर पाप कर्म बढ़ते हैं, शेषनाग क्रोधित होकर अपने फन को हिलाते हैं इससे पृथ्वी डगमगा जाती है। इसी पुरातन किंवदंती के कारण नाग पूजा का प्रचलन प्रारंभ हुआ। हिन्दू धर्मग्रंथों में नाग जाति का संबंध अनेक रूपों में अलग-अलग देवी-देवताओं से बताया गया है। नाग वेदों से पहले के देवता हैं। नाग देवता का उल्लेख ऋग्वेद में भी मिलता है। नागपूजा का प्रचलन प्राचीन काल से चला आ रहा है। इस पूजा के क्रम में आज भाजपा के वरिष्ठ नेता कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के चिकित्सा प्रकोष्ठ सहसंयोजक एवं भाजपा ओरन मंडल प्रभारी डॉ रामराज गुप्ता आनंद के यहां रुद्राभिषेक कार्यक्रम बड़े धूमधाम से पारिवारिक जनों एवं मित्रों के साथ संपन्न हुआ, भाजपा नेता डॉक्टर रामराज गुप्ता आनंद ने नाग पंचमी के बारे में बताते हुए कहा कि इस त्यौहार में वासुकी नाग, तक्षक नाग, शेषनाग आज की पूजा की जाती है उन्होंने कहा कि यह हिंदू धर्म का त्यौहार बहुत ही पवित्र त्यौहार है!