शिमला मस्जिद विवाद को लेकर हिंदू संगठनों ने किया बंद का आह्वान, पुलिस ने लगाई निषेधाज्ञा, बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़े प्रदर्शनकारी

हम आपको बता दें कि कुछ हिंदू संगठनों ने मस्जिद में अनधिकृत निर्माण को ध्वस्त करने और राज्य में आने वाले बाहरी लोगों के पंजीकरण की मांग को लेकर बंद का आह्वान किया है। पिछले सप्ताह हिंदू दक्षिणपंथी संगठनों ने चौड़ा मैदान में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था।
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2024-09-11 16:13:23

हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली इलाके में मस्जिद में ‘‘अवैध’’ निर्माण को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच, हिंदू संगठनों के बंद के आह्वान के मद्देनजर क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। शिमला जिला प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू की है जिसमें बिना अनुमति के पांच से अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने और लाठी, खंजर, डंडे, भाले और तलवार सहित घातक हथियार लेकर चलने पर रोक लगाने का प्रावधान है।हम आपको बता दें कि कुछ हिंदू संगठनों ने मस्जिद में अनधिकृत निर्माण को ध्वस्त करने और राज्य में आने वाले बाहरी लोगों के पंजीकरण की मांग को लेकर बंद का आह्वान किया है। पिछले सप्ताह हिंदू दक्षिणपंथी संगठनों ने चौड़ा मैदान में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था और संजौली क्षेत्र में स्थित ‘‘अवैध’’ मस्जिद को गिराने की मांग की थी। इस संदर्भ में शिमला के जिलाधिकारी अनुपम कश्यप ने बताया कि संजौली क्षेत्र में कानून एवं व्यवस्था की मौजूदा स्थिति तथा सार्वजनिक शांति भंग होने की आशंका के कारण निषेधाज्ञा लागू की गई है।आदेश में कहा गया कि सार्वजनिक रैली, बिना अनुमति के जुलूस और भूख हड़ताल, धरना, सार्वजनिक स्थानों पर नारेबाजी, सड़कों, राजमार्गों, फुटपाथ और यातायात की सामान्य आवाजाही में बाधा उत्पन्न करना तथा किसी भी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह द्वारा सार्वजनिक स्थान, सड़क और पूजा/प्रार्थना स्थलों पर ज्वलनशील वस्तुओं को ले जाना भी प्रतिबंधित है। यह आदेश बुधवार सुबह सात बजे से रात 11 बजकर 59 मिनट तक पूरे संजौली क्षेत्र में प्रभावी रहेगा। इस बीच, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पत्रकारों से कहा कि इस मुद्दे को राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘कानून-व्यवस्था बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी है। लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने का अधिकार है, लेकिन किसी भी समुदाय के किसी भी व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सभी समुदायों का सम्मान किया जाता है। सुक्खू ने कहा कि जहां तक मस्जिद का सवाल है, कुछ मंजिलों के अनधिकृत या अवैध निर्माण का मामला नगर निगम की अदालत में है और कानून अपना काम करेगा तथा इस मुद्दे पर शीघ्र निर्णय लिए जाने का अनुरोध किया जाएगा। इस बीच, पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। वहीं विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर ढली टनल ईस्ट पोर्टल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने कहा, ...यहां पर नॉर्मल लाइफ चल रही है सभी लोग ऑफिस की तरफ जा रहे हैं। लेकिन एहतियातन के तौर पर हमने यहां पर प्राप्त पुलिस का बंदोबस्त किया है..हम ड्रोन से भी निगरानी कर रहे हैं अगर कोई कानून को तोड़ेगा तो हम ऐसे लोग के खिलाफ सबूत इकट्ठा करेंगे। इस बीच, नागरिक संगठन देवभूमि संगठन ने मस्जिद के अवैध निर्माण के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए राज्य सरकार से कहा कि वह अवैध निर्माण को गिरवाए। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज में देखा जा सकता है कि संगठन के लोग पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ कर आगे बढ़ रहे हैं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार की। रिपोर्टों के मुताबिक प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा बलों के साथ झड़प भी हुई।

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