2024-09-22 18:01:34
नई दिल्ली । घरेलू मोर्चे पर किसी प्रमुख घटनाक्रम के अभाव में इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा वैश्विक रुख और विदेशी निवेशकों की गतिविधियों से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। उन्होंने कहा कि मासिक डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से इस सप्ताह बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा प्रमुख ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत की कटौती के बाद पिछले सप्ताह स्थानीय शेयर बाजारों में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा कि ऐतिहासिक रूप से अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती का उभरते बाजारों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और भारत वैश्विक निवेशकों के बीच पसंदीदा गंतव्य बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि सप्ताह के दौरान विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने आक्रामक लिवाली की। अकेले शुक्रवार को ही एफआईआई ने भारतीय शेयर बाजारों में 14,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया। उन्होंने कहा, ‘‘इस सप्ताह बाजार को दिशा देने वाला कोई बड़ा संकेतक नहीं है। हालांकि, अमेरिका के वृहद आर्थिक आंकड़े बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे। एफआईआई प्रवाह भारतीय शेयर बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण कारक बना रहेगा, साथ ही घरेलू संस्थागत प्रवाह पर भी सभी की निगाह रहेगी।’’ मीणा ने कहा, ‘‘हालांकि, बाजार फिलहाल भू-राजनीतिक जोखिमों से प्रभावित नहीं दिख रहा है, लेकिन यह आगे बाजार के लिए बड़ा खतरा पैदा कर सकता है। डेरिवेटिव निपटान की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।’’गत शुक्रवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,359.51 अंक या 1.63 प्रतिशत के उछाल के साथ 84,544.31 अंक के सर्वकालिक उच्चस्तर पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान यह 1,509.66 अंक या 1.81 प्रतिशत चढ़कर 84,694.46 के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहु…[शाम 4:04 बजे, 22/9/2024] +91 7643 057 338: अमेरिका पर जीत से भारत का शतरंज ओलंपियाड में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक लगभग पक्का बुडापेस्ट, 22 सितंबर (वेब वार्ता)। ग्रैंडमास्टर और विश्व चैंपियनशिप के चैलेंजर डी गुकेश ने यहां 45वें शतरंज ओलंपियाड में अमेरिका के फैबियानो कारूआना को हराकर ओपन वर्ग में भारतीय टीम को स्वर्ण पदक विजेता बनाने के बेहद करीब पहुंचा दिया। इस साल नवंबर में सिंगापुर में अगला विश्व चैंपियनशिप मैच खेलने के लिए तैयार गुकेश ने शीर्ष वरीयता प्राप्त टीमों के खिलाफ अपनी शानदार कौशल का प्रदर्शन जारी रखते हुए एक और कठिन मुकाबले में अपने से बेहतर रैंकिंग वाले कारूआना को शिकस्त दी। गुकेश की यह जीत बेहद खास थी क्योंकि इससे वेस्ले सो ने आर प्रज्ञानानंदा को हराकर अमेरिका को शुरुआती बढ़त दिलाई थी। अमेरिका की इस बढ़त के बावजूद भारतीय टीम कभी भी इस मुकाबले को गंवाने की स्थिति में नहीं थी क्योंकि अर्जुन एरिगैसी ने लेनियर डोमिंग्वेज पेरेज पर शिकंजा कस रखा था। अर्जुन लगभग पांच घंटे के मैराथन मुकाबले को जीतने में सफल रहे तो वही विदित गुजराती लेवोन अरोनियन को ड्रॉ पर रोकने में सफल रहे। ओपन वर्ग में भारत के नाम 19 अंक है और वह चीन पर दो अंक की बढ़त के साथ तालिका में शीर्ष पर है। महिला वर्ग में भी भारतीय टीम ने पिछले मुकाबले में पोलैंड से मिली निराशाजनक हार को पीछे छोड़ते हुए चीन को शिकस्त दी। दिव्या देशमुख ने एक बार फिर टीम की स्टार खिलाड़ी साबित हुई। उन्होंने तीसरे बोर्ड पर नी शीकुन को शिकस्त दी जबकि बाकी तीनों मुकाबले बराबरी पर छूटे। भारतीय टीम 2.5-1.5 की जीत के साथ तालिका में कजाखस्तान के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर पहुंच गई है।