2024-02-19 15:36:40
इंदौर में एक निजी बैंक के ब्रांच मैनेजर ने सुसाइड कर लिया। वे एक सप्ताह पहले सुहागपुर (नर्मदा पुरम) से यहां इलाज के लिए आए थे। शनिवार को परिवार के लोगों को जिद कर खजराना गणेश मंदिर के दर्शन करने भेजा। और कमरे में ही फांसी लगा। ली पुलिस ने मामले में मर्ग कायम किया है।
हीरानगर पुलिस के मुताबिक अर्पित (30) पुत्र श्री पथ मिश्रा किराए के कमरे में रहते थे ।पिता श्री पथ ने जानकारी देते हुए बताया कि अर्पित को एक सप्ताह पहले सर्जरी के लिए इंदौर लेकर आए मेदांता अस्पताल में इलाज भी हुआ ।अर्पित ठीक हो रहे थे। डॉक्टर ने उन्हें 7 दिन बाद चेकअप के लिए कहा था। अस्पताल से आने के बाद अर्पित ने शनिवार को माता-पिता, पत्नी और सास को जिद करके खजराना गणेश मंदिर भेज दिया। परिवार के लोग दर्शन करने गए तब अर्पित ने फांसी लगा ली।
15 दिन पहले रीवा में हुई सर्जरी ,फिर हुआ इन्फेक्शन।
अर्पित मूल रूप से सतना के रहने वाले थे। बीमारी होने के चलते उन्होंने रीवा में 15 दिन पहले इलाज कराया। इसके बाद उन्हें इंफेक्शन हो गया इसी का इलाज कराने इंदौर आए थे ।3 साल पहले उनकी शादी हुई थी ।छोटा भाई प्रयागराज में आईटी इंजीनियर है।
पिता ने बताया कि अर्पित का ससुराल इंदौर में है। उनके सुझाव के बाद ही हम अर्पित को इंदौर लाए थे ।यहां दिखाने के बाद डॉक्टरों ने दोबारा सर्जरी की थी ।तीन दिन के बाद डॉक्टरों ने अस्पताल से छुट्टी कर दी थीं ।कहा कि घाव भरने में एक से डेढ़ महीने का समय लगेगा। तब तक इसका नियमित चेकअप होगा ।इसलिए अर्पित इंदौर में ही किराए का कमरा लेकर रहने लगा।
रात को सतना जाने वाले थे माता-पिता।
अर्पित ने जिद करके शुक्रवार को माता-पिता को भगवान का दर्शन करने भेजा ।शनिवार शाम को सतना जाने के लिए सभी का टिकट भी बुक कर दिया ।तो फिर मैं खजराना गणेश के दर्शन करने को लेकर जिद करने लगा। पत्नी और सास दर्शन करने के लिए राजी नहीं थी ।लेकिन अर्पित ने जबरदस्ती कर उन्हें भेज दिया ।फिर सुसाइड कर लिया।